Friday, June 28, 2019

आईसीसी की वनडे रैंकिंग में भारत टॉप पर

भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी की ताज़ा वनडे रैंकिंग में इंग्लैंड को पीछे छोड़कर नंबर वन हो गई है. भारत की टीम टेस्ट रैंकिंग में पहले से ही नंबर वन है.
भारत के हिस्से में फ़िलहाल 123 अंक हैं और इंग्लैंड से एक अंक आगे है. विश्व कप के एक मैच में इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी.
इस कारण भारत की टीम से वो पिछड़ गई है. लेकिन अगर भारत की टीम विश्व कप में वेस्टइंडीज़ से हार जाती है, तो वो फिर इंग्लैंड से पिछड़ जाएगी.
भारत और इंग्लैंड के बीच 30 जून को विश्व कप का मैच होना है. इस मैच के नतीजे से तय होगा कि कौन सी टीम रैंकिंग में आगे रहेगी.
अगर भारत की टीम वेस्टइंडीज़ और इंग्लैंड दोनों को हरा देती है, तो वो 124 अंकों के साथ टॉप पर बनी रहेगी जबकि इंग्लैंड के खाते में 121 अंक ही रह जाएँगे.
लेकिन अगर इंग्लैंड की टीम जीती तो वो फिर से नंबर वन हो जाएगी.
अगर भारत की टीम वेस्टइंडीज़ से हार जाती है, लेकिन इंग्लैंड को हरा देती है, तो भी उसका नंबर वन का स्थान बरकरार रहेगा.
अगर भारत की टीम वेस्टइंडीज़ और इंग्लैंड दोनों से हार जाती है, तो इंग्लैंड की टीम 123 अंक के साथ नंबर वन हो जाएगी. जबकि भारत के खाते में 120 अंक ही रहेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय मुलाक़ात से पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत को अमरीका पर लगाए गए टैरिफ़ वापस लेने होंगे.
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, "मैं इस बारे में प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूँ कि भारत कई साल से अमरीका से बहुत अधिक शुल्क (टैरिफ़) ले रहा है और हाल ही में उसने टैरिफ़ में और अधिक इज़ाफ़ा किया है. इसे मंज़ूर नहीं किया जा सकता और टैरिफ़ को वापस लेना होगा."
नरेंद्र मोदी जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान के शहर ओसाका पहुँच चुके हैं. इस सम्मेलन में अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप भी हिस्सा ले रहे हैं. इस सम्मेलन में मोदी अमरीका, फ्रांस, तुर्की समेत कई देशों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के साथ मोदी की ओसाका में हुई मुलाक़ात का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. साथ ही एक और ट्वीट कर बताया है कि 29 जून तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ताएं करेंगे. इस दौरान वो वैश्विक महत्व के कई मुद्दों को उठाएंगे और इन पर भारत का नज़रिया दुनिया के सामने रखेंगे.
हाल ही में अमरीका की ट्रंप सरकार ने भारत को अपनी व्यापारिक वरीयता की लिस्ट यानी जीएसपी से बाहर कर दिया है. यानी निर्यातकों के उत्पादों पर अमरीका में 10 फीसदी ज़्यादा शुल्क लगेगा.
1976 में जीएसपी को अमरीका ने लागू किया था जो कि अमरीका और दूसरे 120 देशों के बीच व्यापार में वरीयता देने का एक समझौता है. इसे लाया गया ताकि विकासशील देश अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ा सकें और अमरीकियों को उन देशों से आयातित सामान सस्ता उपलब्ध हो सके.
अमरीका के इस क़दम के बाद भारत ने कई बार अमरीकी उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की समयसीमा बढ़ाई, लेकिन आख़िरकार बादाम, अख़रोट और दालों समेत 29 चीज़ों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फ़ैसला किया था. ये फ़ैसला 16 जून से अमल में आ गया है.
ट्रंप शुक्रवार को जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. आम चुनावों में मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी को मिली प्रचंड जीत के बाद ट्रंप और मोदी की ये पहली मुलाक़ात होगी.
हालाँकि मोदी की जीत के बाद ट्रंप ने फ़ोन कर उन्हें बधाई दी थी.
मोदी और ट्रंप की द्विपक्षीय मुलाक़ात अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की भारत यात्रा के बाद तय हुई है. पोम्पियो ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाक़ात की थी.
अमरीकी उत्पादों पर भारत के टैरिफ़ पर ट्रंप पहले भी नाख़ुशी जता चुके हैं और उन्होंने भारत को टैरिफ़ किंग तक कहा है.
अमरीकी कांग्रेस की रिसर्च एजेंसी कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस के अनुसार 2018 में भारत के कुल 54 अरब डॉलर के गुड्स निर्यात में अमरीका से 11 फ़ीसदी यानी क़रीब 6.3 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था.
मुज़फ़्फ़रपुर में दिमाग़ी बुख़ार यानी एक्यूट एनसेफ़लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण बच्चों की मौतों का सिलसिला नहीं रुक रहा.
मंगलवार को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में पूर्वी चंपारण से आई आठ साल की एक बच्ची प्रिती कुमारी की मौत हो गई. इस साल अब तक पूरे बिहार में 154 बच्चों के मौत की पुष्टि हो चुकी है.
तमाम शोध और चिकित्सकीय कोशिशों के बाद अब चिकित्सा अधिकारियों को गर्मी का मौसम बीतने और बारिश के आने का इंतज़ार है. उन्हें उम्मीद है कि गर्मी कम होने के साथ साथ बीमारी का प्रकोप भी कम हो जाएगा.
पूरे राज्य में इस वक़्त भीषण गर्मी पड़ रही है और 38 में से 25 ज़िले सूखे की चपेट में हैं. मुज़फ़्फ़रपुर और आस-पास के इलाक़े जहां दिमाग़ी बीमारी का प्रकोप सबसे ज़्यादा है, वहां पीने के पानी के लिए भी हाहाकार मचा हुआ है.
बिहार के स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बीबीसी से कहा, "पहली बारिश के बाद से आशाएं जगी थीं कि गर्मी कम होगी और स्थिति में सुधार आएगा. लेकिन एक दिन की बारिश के बाद पिछले चार दिनों से तापमान सामान्य के मुक़ाबले 8 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चढ़ गया है."
श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ एसके शाही कहते हैं, "जिस तरह दोबारा गर्मी बढ़ी है, बीमारी के बढ़ने का डर सताने लगा है. हमारी उम्मीद बारिश पर टिकी है वरना हालात और बिगड़ सकते हैं."

Tuesday, June 25, 2019

रग्बी में परचम लहराती ये आदिवासी लड़कियां

फिलिपींस की राजधानी मनीला में भारतीय महिला रग्बी टीम ने इतिहास रचा है.
एशियाई रग्बी चैंपियनशिप के आख़िरी मैच में शक्तिशाली सिंगापुर की टीम को 21-19 से हराकर भारतीय महिला टीम ने न केवल किसी '15-ए-साइड' अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत हासिल की, बल्कि कांस्य पदक भी जीता.
भारतीय टीम की 15 खिलाडियों में पांच ओडिशा से थीं. ये पाँचों लड़कियां भुवनेश्वर के 'कलिंग इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज' यानी 'किस' की छात्राएं हैं.
इनमें एक हैं सुमित्रा नायक जिन्होंने मैच ख़त्म होने के सिर्फ़ 2 मिनट पहले एक पेनल्टी स्कोर कर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका अदा की .
उस ऐतिहासिक क्षण के बारे में पूछते ही सुमित्रा का चेहरा खिल उठता है. वे कहतीं हैं, "हमारे लिए स्कोर करना मुश्किल हो रहा था क्योंकि सिंगापुर काफ़ी तगड़ी टीम है और पिछली बार हमें बहुत बुरी तरह हरा चुकी है.''
''मैच ख़त्म होने में 2 मिनट बाक़ी थे जब मैंने तय किया की एक पेनल्टी ली जाए. मन में विश्वास था लेकिन कुछ डर भी. मैंने पेनल्टी ली और स्कोर किया. लेकिन अभी भी दो मिनट बचे थे और सिंगापुर की टीम इतनी आसानी से हार मानने वाली नहीं थी. लेकिन हमने उनके आक्रमण का डट कर मुक़ाबला किया. जब हूटर बजा और हम जीत गए, उस समय की अनुभूति मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती."
जाजपुर ज़िले के एक ग़रीब आदिवासी परिवार की लड़की सुमित्रा की मां की मृत्यु 1999 में हो गई थी. उस समय सुमत्रा बहुत छोटी थीं और उनके चार और भाई बहन भी थे.
सुमित्रा के पिता के लिए परिवार संभालना मुश्किल हो रहा था. साल 2006 में कहीं से उन्होंने 'किस' के बारे में सुना और सुमित्रा को वहां दाख़िल करा दिया.
बाद में उनके बाक़ी भाई-बहन भी वहां आ गए. साल 2007 में जब 'किस' की टीम ने लंदन में 14 वर्ष से कम आयु वर्ग की विश्व चैंपियनशिप का ख़िताब जीता, उसके बाद सुमित्रा रग्बी की क़ायल हो गईं और इस खेल में महारत हासिल करने की कोशिश में जी जान से जुट गईं.
विजयी भारतीय टीम में शामिल 'किस' की बाक़ी चार लड़कियों की कहानी भी सुमित्रा की कहानी से मिलती-जुलती है. केओन्झर ज़िले की मीनारानी हेम्ब्रम के पिता के गुज़र जाने के बाद उनकी मां रोज़गार की तलाश में भुवनेश्वर आ गयीं और लोगों के घरों में बर्तन मांजकर गुज़ारा करने लगीं. फिर उन्होंने 'किस' के बारे में सुना और मीना का एडमिशन वहां करवा दिया.
बेहद ग़रीब परिवार से आईं ये लड़कियां अगर आज एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत के लिए गौरव लाई हैं, तो इसका पूरा श्रेय 'किस' के फाउंडर और कंधमाल से लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्य डॉ अच्युत सामंत को जाता है.
उन्होंने न केवल इन लड़कियों को मुफ्त पढ़ने-लिखने का अवसर दिया बल्कि उनके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग और बुनियादी सहूलियतें भी मुहैया करवाईं.
विजयी भारतीय महिला रग्बी टीम की एक और सदस्य हुपी माझी कहती हैं, "वे तो हमारे लिए भगवान हैं. उनका ऋृण हम सात जन्मों में भी नहीं चुका सकते."
हमने डॉ. सामंत से पूछा कि उन्होंने रग्बी जैसे एक ऐसे खेल को बढ़ावा देना का क्यों सोचा जो भारत में बहुत लोकप्रिय नहीं है. इस पर उन्होंने कहा, "यह सच है की रग्बी आज भी भारत में बहुत लोकप्रिय खेल नहीं है. लेकिन ऐसा नहीं है कि हमने रग्बी के लिए ही ऐसा किया है. हमने हमेशा कोशिश की है कि सभी खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों, जिससे देश के कोने-कोने में, ख़ासकर आदिवासी इलाकों में छिपी हुई प्रतिभाओं को विकसित होने का मौक़ा मिले."

Sunday, June 9, 2019

البرتغال تتوج بالنسخة الأولى من دوري الأمم الأوروبية

فازت البرتغال ببطولة دوري الأمم الأوروبية في نسختها الأولى، بعدما تغلبت على هولندا بهدف دون مقابل.
ويعد هذا اللقب هو ثاني لقب قاري للبرتغال في غضون 3 سنوات، حيث فازت ببطولة أوروبا عام 2016، تحت قيادة المدرب الحالي للفريق فرناندو سانتوس أيضا.
أحرز هدف الفوز وهدف المباراة الوحيد لأصحاب الأرض اللاعب "غونسالو غويديش"، بعد مرور ساعة من زمن المباراة، التي أقيمت على ملعب "دراغاو" بمدينة بورتو البرتغالية.
وقال المدرب سانتوس إن هذا الفوز دليل على وحدة الفريق.
وأضاف: "على مدى السنوات الخمس الماضية، كنا مثل عائلة قوية، نعرف ما يمكننا القيام به. كنا نعلم أننا بمقدورنا الفوز في هذه المباراة."
وأحرز اللاعب غويديش، جناح فريق فالنسيا الإسباني، هدف المباراة بتسديدة من على حدود منطقة الجزاء، بعد تمريرة من زميله برناردو سيلفا. لكن الحارس الهولندي، يسبر سيلسن، لم يتمكن من التصدي لها.
وتطلع الهولنديون لتعديل النتيجة، لكن حارس مرمى البرتغال، روي باتريسيو، تصدى لضربة رأس قوية سددها الهولندي ميمفيس ديباي، وذلك بعد أن اصطدمت بأحد المدافعين وغيرت اتجاهها.
واحتلت إنجلترا المركز الثالث، في بطولة دوري الأمم الأوروبية، بعد فوزها على سويسرا بركلات الترجيح، في مباراة أقيمت بمدينة غيمارايش البرتغالية.
وحقق رونالد لقب الدوري الإيطالي، مع فريقه يوفنتوس الموسم الماضي، بينما أسهم فان ديك في فوز فريقه، ليفربول، ببطولة دوري أبطال أوربا "تشامبيونز ليغ"، بعد سبع سنوات كاملة دون تحقيق بطولات.
وكان رونالدو، البالغ من العمر 34 عاما، قد سجل ثلاثية رائعة خلال المباراة نصف النهائية من البطولة، في شباك سويسرا، صعدت بفريقه للمباراة النهائية، لكنه لم يتمكن خلال مباراة الأحد من إضافة أي هدف، إلى أهدافه الدولية الثمانية والثمانين، حيث سدد ضربة قوية باتجاه المرمى، لكن المدافع ديك فارع الطول عرقلها.